logo

जुनैद जमालगढ़ मामले पर फरीदाबाद पुलिस का आया बयान

फरीदाबाद।
किडनी की बीमारी से ग्रस्त  जुनैद की मृत्यु के मामले में फरीदाबाद पुलिस पर लगाए गए आरोप आधारहीन, तथ्यहीन और सच्चाई से परे हैं । फरीदाबाद पुलिस इन सभी आरोपों का खंडन करती है।

मामले की सच्चाई यह है कि तिलपत निवासी सोनू के साथ 80,000 रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी हुई थी जिसका मुकदमा नंबर 1/2020 साइबर पुलिस स्टेशन फरीदाबाद में दिनांक 28/9/20 को दर्ज किया गया था।

मृतक जुनैद के दो सगे भाई इरशाद और आजाद तथा एक ममेरा भाई साइबर फ्रॉड में है शामिल, इनको पुलिस द्वारा किया जा चुका है गिरफ्तार।  साइबर थाना फ़रीदाबाद में ऑनलाइन फ़्रॉड के 200 से अधिक शिकायतें मिली हैं जो इस गैंग से सम्बंधित हैं ।

फरीदाबाद साइबर टीम द्वारा, फोन कॉल और बैंक डिटेल्स व तकनीकी माध्यमों से पता लगाने पर पाया कि साईबर फ्रॉड मे शामिल आरोपी मेवात क्षेत्र के गांव नई के रहने वाले है जिनके खातों में साइबर फ्राड द्वारा प्राप्त पैसे ट्रांसफर किए गए हैं।

इसी के तहत कार्यवाही करते हुए पुलिस ने गुप्त सूत्रों  के आधार पर दिनांक 31/5/21 की रात को शाहिद और अन्य पाँच से पूछताछ की थी।

 इनमे से एक शाहिद को आरोपी पाए जाने पर गिरफ़्तार किया गया। अन्य पाँच को, जिसमें एक का नाम जुनैद था और किड्नी के रोग से ग्रसित था  को उसी रात सकुशल परिजन आज़ाद के हवाले कर दिया गया था।

शाहिद  को गिरफ्तार करके 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था।  आरोपी शाहिद से पूछताछ व तकनीकी सबूत के आधार पर साइबर पुलिस टीम ने मृतक जुनैद के 2 भाई तथा एक अन्य आरोपी  को भी इस अपराध में लिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

साइबर पुलिस ने किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई प्रताड़ना नहीं दी और न ही किसी को अवैध हिरासत में रखा। आरोप कि जुनैद को अवैध हिरासत में रखा गया और प्रताड़ना दी गई और इस कारण उसकी मृत्यु हुई है, सरासर झूठा और आधारहीन है। जुनेद किडनी की बीमारी से ग्रस्त था

 हसन गिरफतार आरोपी शाहिद का पिता है और इस मामले में गिरफ्तार  2 सगे  भाई आरोपी आजाद, इरशाद और मृतक जुनैद का बहनोई है। हसन खुद एक आपराधिक प्रवर्ती का व्यक्ति है जिसे PO घोषित किया जा चुका है। 

गिरफ्तार शाहिद , इरशाद और आजाद कि अन्य 2 मुकदमे में भी तफ्तीश जारी है ।

पुलिस प्रवक्ता।

11
14687 views